Sunday, September 8, 2019

बिन्नी एवं गौरव जी को
       शुभकामनाएं
बहन आपकी शुभकामनाएं चाहते हैं
आपसे प्रीति भोज मांगना चाहते हैं
       आपके साथ रहना चाहते हैं
       आपके हर्ष में बहना चाहते हैं
ये अनुरोध  अकारण नही है
उन्नति आपकी कुंज डारन रही है
        व्योम विस्तृत फैलता रहा है
        जीवन तारा जलता रहा है
अर्णव सी कीर्ति चतुर्दिक
आशीष सबका रहे हार्दिक
             आपका गौरव मान रहे
            चतुर्दिक सम्मान रहे
आराधना से शेष महेश की
कीर्ति रहे सन्तोष सुरेश की
          जीवन धारा चलती रहे
          तारा डाली फलती रहे

No comments:

Post a Comment