Sunday, September 8, 2019

पानी
मैं घर से निकला ,गली में
पानी मे फिसला
मैने टोह में इधर उधर आंख फिराई
हम कर रहे हैं घर की धुलाई
मैं फिर आगे चला, तेज फुहार आयी
मैने इधर उधर देखा,       हम कर रहे
गमलो की सिंचाई
मैं किनारे से बाहर हो गया
सिर पे बौछारों का राज हो गया
मैने इधर उधर आंख फिराई
हम कर रहे छत की धुलाई
लौट वापस घर को आया
पत्नी ने दुखड़ा सुनाया
आज तो बड़ी परेशानी
पानी वाला नही लाया पानी
खाने को लेट हो रहा
मुन्नू भूखे पेट सो रहा
मैने अपने को बहुत दबाया
पर बड़ा क्रोध आया
धीरे बोला क्या पानी वाला नही आया
देखो पानी ने मुझे नहलाया
सब ओर पनियाई पनियाई
घर धुला छत नहाई हुई पौधों की धुलाई
हो गया जल मटियाला
लाये कहाँ से पानी वाला
                    पूनम

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