मोबाइल फोन
मेरा एक मोबाइल फोन था
वही मेरा क्रिकेट फुटबॉल था
मेरा मोबाइल मुझसे रुठ गया
रिश्तों से ज्यो नाता टूट गया
बेटी ने 4 G मोबाइल दिलाया
संसार से मुझे जुड़वाया
बेटी ने F B पर अकाउंट बनाया
मेरे सँग बचपन का फोटो लगाया
मैंने अपना एलबम निकाला
युवा वयस का फोटो निकाला
बड़े उत्साह से फोटो डाला
जैसे अपने बुढ़ापे को टाला
सिर पर धरती उत्साह बड़ा है
चरणों के नीचे आकाश पड़ा है
फोटो पर आने लगे कमेंट हैं
बहन भाई जीजा भाभी सभी फ्रेंड हैं
बहनो ने लिखा भूचाल आ गया है
आपका फोटो छोटी बहनो को लजा गया है
भाइयों ने लिखा रुक रुक कर
बहन मिला करेंगे फेसबुक पर
भाभियो के भी दिल जल रहे हैं
दीदी आप इतनी सुंदर तो नही हैं
बेटो ने भी पूछा लिख के
माँ ये दर्शन हैं किस युग के
दामादों की आईं टिप्पणियाँ
झिंझोड़ डालीं रिश्तों की कड़ियाँ
माँ जी आपका क्या है इरादा
हिला डाली सारी मर्यादा
पति सीधे सादे हैं कोई होड़ नही है
आभासी दुनिया से उनका जोड़ नही है
F B पर आती हैं याचिकाएँ
रहें मूक कहतीं हमे मित्र बनायें
नवीन मित्रो से हो गया परिचय
बिखरी सखियों का होगया संचय
एक सज्जन ने लिखा कैसी हैं आप
मैन लिखा अच्छी हूँ भाई साहब
भाई आग बबूला,,,,,ये क्या ट्रेंड है
फेसबुक पर हम केवल फ्रेंड हैं
मेरे तनय वयस युवा ने लिखा
हाई,,,,, क्या कार्यक्रम है आज शाम का
एक दिन मोबाइल जोरो टिन टिनाया
मैने बड़ी आशा से उठाया
फोन पर थे अपरिचित फेसबुकिये
परसों से कॉल कर रहा उठाया कीजिये
एक सज्जन का मैसेज,,,,,
क्या करती रहती आप
नाती पोते वाली हूँ ,,,
समय कम है भाई साहब
क्या कहती हैं,,,,, ऐसे कैसे चलेगा
समय तो निकलने से निकलने से निकलेगा
सुदूर परिचितों से जुड़ने को है
मोबाइल अच्छा संयोजक
अवंछितो को कैसे झेलूँ ,,,
मन में है बड़ा असमंजस
मौलिक
पूनम सक्सेना
मेरा एक मोबाइल फोन था
वही मेरा क्रिकेट फुटबॉल था
मेरा मोबाइल मुझसे रुठ गया
रिश्तों से ज्यो नाता टूट गया
बेटी ने 4 G मोबाइल दिलाया
संसार से मुझे जुड़वाया
बेटी ने F B पर अकाउंट बनाया
मेरे सँग बचपन का फोटो लगाया
मैंने अपना एलबम निकाला
युवा वयस का फोटो निकाला
बड़े उत्साह से फोटो डाला
जैसे अपने बुढ़ापे को टाला
सिर पर धरती उत्साह बड़ा है
चरणों के नीचे आकाश पड़ा है
फोटो पर आने लगे कमेंट हैं
बहन भाई जीजा भाभी सभी फ्रेंड हैं
बहनो ने लिखा भूचाल आ गया है
आपका फोटो छोटी बहनो को लजा गया है
भाइयों ने लिखा रुक रुक कर
बहन मिला करेंगे फेसबुक पर
भाभियो के भी दिल जल रहे हैं
दीदी आप इतनी सुंदर तो नही हैं
बेटो ने भी पूछा लिख के
माँ ये दर्शन हैं किस युग के
दामादों की आईं टिप्पणियाँ
झिंझोड़ डालीं रिश्तों की कड़ियाँ
माँ जी आपका क्या है इरादा
हिला डाली सारी मर्यादा
पति सीधे सादे हैं कोई होड़ नही है
आभासी दुनिया से उनका जोड़ नही है
F B पर आती हैं याचिकाएँ
रहें मूक कहतीं हमे मित्र बनायें
नवीन मित्रो से हो गया परिचय
बिखरी सखियों का होगया संचय
एक सज्जन ने लिखा कैसी हैं आप
मैन लिखा अच्छी हूँ भाई साहब
भाई आग बबूला,,,,,ये क्या ट्रेंड है
फेसबुक पर हम केवल फ्रेंड हैं
मेरे तनय वयस युवा ने लिखा
हाई,,,,, क्या कार्यक्रम है आज शाम का
एक दिन मोबाइल जोरो टिन टिनाया
मैने बड़ी आशा से उठाया
फोन पर थे अपरिचित फेसबुकिये
परसों से कॉल कर रहा उठाया कीजिये
एक सज्जन का मैसेज,,,,,
क्या करती रहती आप
नाती पोते वाली हूँ ,,,
समय कम है भाई साहब
क्या कहती हैं,,,,, ऐसे कैसे चलेगा
समय तो निकलने से निकलने से निकलेगा
सुदूर परिचितों से जुड़ने को है
मोबाइल अच्छा संयोजक
अवंछितो को कैसे झेलूँ ,,,
मन में है बड़ा असमंजस
मौलिक
पूनम सक्सेना
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